
✍️✍️✍️✍️✍️अखंड भारत न्यूज़ जियाउद्दीन अंसारी
*अनूपपुर* पुष्पराजगढ़, 19 जुलाई 2025 – शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लखौरा में आज पुलिस ने नशा मुक्ति को लेकर एक अनूठी और सराहनीय पहल की। एसडीओपी नवीन तिवारी और थाना प्रभारी राजेंद्रग्राम एस.पी. शुक्ला ने विद्यालय पहुंचकर नशा मुक्ति जनजागृति अभियान की एक नई मिसाल पेश की, जिसने छात्रों और शिक्षकों के बीच सकारात्मक बदलाव की अलख जगाई।
पुलिस का संवाद और जागरूकता अभियान
पुलिस अधिकारियों ने छात्रों, शिक्षकों और विद्यालय स्टाफ के साथ सहज संवाद स्थापित किया और नशे के खिलाफ इस मुहिम की शुरुआत की। उन्होंने विस्तार से समझाया कि कैसे नशा न केवल व्यक्ति के शरीर को, बल्कि उसके पूरे परिवार और समाज को अंदर से खोखला कर देता है। अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया कि छात्र और शिक्षक अनुशासन और कर्तव्यनिष्ठा से समाज को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नशा व्यक्ति के जीवन को असफलता की ओर धकेलता है और अंततः यह “निश्चित मौत” का कारण बनता है। पुलिस अधिकारियों ने भावुक होकर कहा, “नशा आज स्वयं की, कल परिवार की, परसों समाज की और अगले दिन राष्ट्र की मौत है।”
नशा न करने की सामूहिक शपथ
इस महत्वपूर्ण अवसर पर, विद्यालय के सभी छात्रों और उपस्थित स्टाफ को सामूहिक रूप से नशा न करने की शपथ दिलाई गई। पुलिस अधिकारियों ने सभी को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि यदि वे नशे से दूर रहकर पढ़ाई में रुचि लेते हैं, तो उनका भविष्य उज्ज्वल हो सकता है। यह अभियान सिर्फ एक संदेश नहीं, बल्कि एक बड़े बदलाव की शुरुआत है।
पुलिस और समाज के बीच विश्वास की नई डोर
पुलिस की यह भागीदारी केवल कानून व्यवस्था बनाए रखने तक सीमित नहीं रही, बल्कि उन्होंने यह भी प्रदर्शित किया कि समाज के साथ मिलकर ही सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है। नशे के खिलाफ इस तरह की जन-जागरूकता पहल से पुलिस और समाज के बीच विश्वास की एक नई डोर मजबूत हो रही है, जो भविष्य में ऐसे कई सामाजिक अभियानों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।